मेरा कोई मज़हब नहीं
मेरा कोई मज़हब नहीं ये मेरा मज़हब है
फ़क़त इंसान बने रहना, मेरा मज़हब है .
आपकी खुशी में शामिल रहूँ ज़रूरी नहीं
ग़म में साथ खड़े रहना मेरा मज़हब है .
फ़रेब के इस इन्तिहाई दौर मेंं मेरे दोस्तो
सिर्फ वफ़ा निभाते रहना मेरा मज़हब है .
प्यार की प्यासी ज़िंदा रूहों के लिए ही
दरिया बनके बहते रहना मेरा मज़हब है .
पैसे की अमीरी दुश्मन है इस खुदाई की
दिल से अमीर बने रहना मेरा मज़हब है .
लाख सितम ढाये ज़माने की हवा मुझ पे
फिर भी सच कहते रहना मेरा मज़हब है .
Suprabhat.....😊
मेरा कोई मज़हब नहीं ये मेरा मज़हब है
फ़क़त इंसान बने रहना, मेरा मज़हब है .
आपकी खुशी में शामिल रहूँ ज़रूरी नहीं
ग़म में साथ खड़े रहना मेरा मज़हब है .
फ़रेब के इस इन्तिहाई दौर मेंं मेरे दोस्तो
सिर्फ वफ़ा निभाते रहना मेरा मज़हब है .
प्यार की प्यासी ज़िंदा रूहों के लिए ही
दरिया बनके बहते रहना मेरा मज़हब है .
पैसे की अमीरी दुश्मन है इस खुदाई की
दिल से अमीर बने रहना मेरा मज़हब है .
लाख सितम ढाये ज़माने की हवा मुझ पे
फिर भी सच कहते रहना मेरा मज़हब है .
Suprabhat.....😊
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